Water Supply Alert: दिल्ली के इन इलाकों में नहीं होगी पानी की सप्लाई! जानें कब तक रहेगा असर

दिल्ली के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। दिल्ली जल बोर्ड (DJB) ने घोषणा की है कि 12 दिसंबर, 2024 को सुबह के समय दक्षिण दिल्ली के कई हिस्सों में पानी की सप्लाई बंद रहेगी। यह कदम रखरखाव कार्य के कारण उठाया गया है। इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि यह समस्या सिर्फ सुबह के समय रहेगी और DJB ने लोगों से पानी का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करने की सलाह दी है।

प्रभावित क्षेत्रों में तुगलकाबाद गांव, तुगलकाबाद एक्सटेंशन, नॉर्दर्न कैंप बस्ती, एमबी रोड पर एयर फोर्स स्टेशन, संगम विहार, तिगरी गांव, तिगरी डीडीए फ्लैट्स और खानपुर गांव शामिल हैं। इसके अलावा, खानपुर एक्सटेंशन, जेजे कॉलोनी खानपुर, दुग्गल कॉलोनी, जवाहर पार्क, राजू पार्क, शिव पार्क, बिहारी पार्क, कृष्णा पार्क और देवली गांव में भी पानी की सप्लाई बाधित रहेगी। DJB ने यह भी बताया है कि जरूरत पड़ने पर लोग उनकी हेल्पलाइन या सेंट्रल कंट्रोल रूम से पानी के टैंकर मंगवा सकते हैं।

पानी की सप्लाई बाधित होने का विवरण

विवरणजानकारी
तारीख12 दिसंबर, 2024
समयसुबह के घंटे
कारणरखरखाव कार्य
प्रभावित क्षेत्रदक्षिण दिल्ली के कई हिस्से
जिम्मेदार एजेंसीदिल्ली जल बोर्ड (DJB)
वैकल्पिक व्यवस्थापानी के टैंकर (मांग पर उपलब्ध)
सलाहपानी का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें
संपर्कDJB हेल्पलाइन या सेंट्रल कंट्रोल रूम
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प्रभावित क्षेत्रों की विस्तृत सूची

दिल्ली जल बोर्ड ने जो क्षेत्र प्रभावित होंगे, उनकी एक विस्तृत सूची जारी की है। इन क्षेत्रों में शामिल हैं:

  • तुगलकाबाद गांव
  • तुगलकाबाद एक्सटेंशन
  • नॉर्दर्न कैंप बस्ती
  • एमबी रोड पर एयर फोर्स स्टेशन
  • संगम विहार
  • तिगरी गांव
  • तिगरी डीडीए फ्लैट्स
  • खानपुर गांव
  • खानपुर एक्सटेंशन
  • जेजे कॉलोनी खानपुर
  • दुग्गल कॉलोनी
  • जवाहर पार्क
  • राजू पार्क
  • शिव पार्क
  • बिहारी पार्क
  • कृष्णा पार्क
  • देवली गांव

यदि आप इन क्षेत्रों में रहते हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि आप 12 दिसंबर की सुबह के लिए पहले से ही पानी का प्रबंध कर लें।

पानी की कमी से निपटने के लिए सुझाव

जब पानी की सप्लाई बाधित हो, तो इन सुझावों का पालन करके आप इस समस्या से बेहतर तरीके से निपट सकते हैं:

  1. पानी का संग्रह: 11 दिसंबर की शाम को ही पर्याप्त मात्रा में पानी भर कर रख लें।
  2. जरूरी कामों के लिए पानी बचाएं: सिर्फ पीने, खाना बनाने और जरूरी सफाई के लिए पानी का इस्तेमाल करें।
  3. पानी का पुन: उपयोग: सब्जियों को धोने के पानी का इस्तेमाल पौधों में डालने के लिए कर सकते हैं।
  4. लीक की जांच: घर में कहीं पानी लीक तो नहीं हो रहा, इसकी जांच कर लें।
  5. टैंकर की व्यवस्था: अगर जरूरत हो तो पहले से ही DJB से टैंकर की व्यवस्था कर लें।

दिल्ली में पानी की समस्या: एक बड़ा मुद्दा

दिल्ली में पानी की समस्या नई नहीं है। राजधानी अक्सर पानी की कमी और गुणवत्ता से जुड़ी समस्याओं का सामना करती रही है। पिछले साल अक्टूबर में भी दिल्ली को गंभीर पानी संकट का सामना करना पड़ा था। उस समय यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ने से दिल्ली के जल शोधन संयंत्रों के कामकाज पर असर पड़ा था।

यमुना में प्रदूषण: एक बड़ी चुनौती

यमुना नदी, जो दिल्ली की जीवनरेखा है, लगातार प्रदूषण की समस्या से जूझ रही है। नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ने से न सिर्फ पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है, बल्कि जल शोधन संयंत्रों के लिए भी यह एक बड़ी चुनौती बन जाती है। पिछले साल, सोनिया विहार और भागीरथी जल शोधन संयंत्रों को यमुना के कच्चे पानी में अमोनिया की मात्रा से निपटने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।

जल शोधन क्षमता बढ़ाने की जरूरत

दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार द्वारा 29 जुलाई को प्रस्तुत एक सरकारी रिपोर्ट में दिल्ली के जल शोधन संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में चालू नौ जल शोधन संयंत्रों की स्थापित क्षमता 950 मिलियन गैलन प्रतिदिन (MGD) है, लेकिन लगभग 990 MGD पानी का शोधन किया जा रहा है।

क्षमता से अधिक संचालन के प्रभाव

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि जल शोधन संयंत्रों को उनकी क्षमता से अधिक संचालित करने का संयंत्र के स्वास्थ्य के साथ-साथ शोधित किए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता पर भी सीधा प्रभाव पड़ता है। यह एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि इससे न केवल संयंत्रों की दीर्घकालिक कार्यक्षमता प्रभावित होती है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है।

पानी की गुणवत्ता: एक महत्वपूर्ण मुद्दा

पानी की गुणवत्ता दिल्ली के लिए एक बड़ा मुद्दा रहा है। कई बार, विशेष रूप से यमुना में प्रदूषण बढ़ने के दौरान, लोगों को दूषित पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। पिछले साल, वसंत कुंज और आनंद विहार जैसे दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों ने पानी की कमी और अमोनिया प्रदूषण की शिकायतें की थीं।

जल संरक्षण की आवश्यकता

दिल्ली में पानी की समस्या को देखते हुए, जल संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देना बहुत जरूरी है। हर नागरिक को पानी के महत्व को समझना चाहिए और इसके संरक्षण में अपना योगदान देना चाहिए। कुछ आसान तरीके जिनसे हम पानी बचा सकते हैं:

  1. नल को बंद करना जब उसका उपयोग न हो रहा हो
  2. शावर के बजाय बाल्टी का उपयोग करना
  3. बर्तन धोने और कपड़े धोने के लिए पानी का पुन: उपयोग करना
  4. बागवानी के लिए बारिश के पानी का संग्रह करना
  5. टपकते नलों की तुरंत मरम्मत करवाना

सरकार के प्रयास

दिल्ली सरकार पानी की समस्या से निपटने के लिए कई कदम उठा रही है। इनमें शामिल हैं:

  1. जल शोधन क्षमता में वृद्धि: नए जल शोधन संयंत्रों की स्थापना और मौजूदा संयंत्रों का उन्नयन।
  2. यमुना का कायाकल्प: नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए विभिन्न परियोजनाएं।
  3. जल संरक्षण अभियान: लोगों को पानी बचाने के लिए जागरूक करने के प्रयास।
  4. वर्षा जल संचयन: सरकारी भवनों और बड़े आवासीय परिसरों में वर्षा जल संचयन को अनिवार्य किया गया है।
  5. पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार: पानी की आपूर्ति में सुधार के लिए पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है।

Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हालांकि हमने सटीक जानकारी देने का प्रयास किया है, फिर भी परिस्थितियां बदल सकती हैं। पाठकों से अनुरोध है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए दिल्ली जल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें। पानी की कटौती की तारीख, समय और प्रभावित क्षेत्रों में बदलाव हो सकता है। कृपया अपने क्षेत्र के लिए विशिष्ट जानकारी के लिए स्थानीय सूचनाओं पर ध्यान दें।

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